राजा रामचंद्र की जय । आज भारत समेत पूरा विश्व दुःख, दरिद्रता, आतंकवाद, अतिवाद, असमानता, विभिन्न प्रकार के शत्रुता के संघर्ष से घिरा हुआ दिखाई देता है, मानव अपने आप को इन समस्याओं से निकाल पाने में असमर्थ पा रहा है, द्वंद और संघर्ष के इस युग में भी रामराज्य के अनुकूल शासन की अपेक्षा आशा की किरण के रूप में दिखती है,
आप भी यदि रामराज्य के इस कार्य को आगे बढ़ाने के इच्छुक हों तो, हमारे साथ रामराज्य के स्वयंसेवक के रूप में कार्य करें,
रामराज्य स्वयंसेवक बनने के लिए कृपया निचे कंमेंट बॉक्स में अपना नाम,ईमेल और मोबाइल नंबर भेजें।